गौसेवा हम निम्न प्रकार से कर सकते है।
- अगर हम कृषक है, तो घर में गौपालन करे। कृषि कार्य से गौपालन को जोड़कर आर्थिक उन्नति का साधन प्रशस्त करें।
- अगर हम नौकरी पेशा व्यक्ति है, तो अपने घर में गाय पालन हेतु स्थान सुरक्षित कर अपने हाथ से सेवा करें।
- किन्ही कारणें से हम प्रत्यक्ष गौपालन नही कर सकते है, तो अपने आस-पास या जहां हमें उचित लगें, गौशाला में दान करके गौपालन करवाये।
- अगर हम व्यापारी है, तो गौमाता को खाद सामग्री भेजकर गौसेवा कर सकते है।
- अगर हम किसी भी विभाग में कर्मचारी है, तो अपने विभाग से सम्बंधित जो भी मदद गौसेवा में कर सकते है अवश्य करें।
- अगर हम कृषक होते हुये गौपालन नही कर सकते तो अपनी फसल उत्पादन के साथ खेतों में उत्पन्न घास-भूसा या अन्य किसी प्रकार की घास जिसे गाय खा सकती है, गौशाला संचालकों को सूचना देकर वहां भिजवा सकते है।
- हम अगर निर्धन है, तो हम अपने श्रमदान करके गौशालाओं की व्यवस्था में सहयोग कर गौसेवा कर सकते है।
- अगर हम मीड़िया या मनोरंजन से जुडे़े है, तो गौमाता की सेवा का प्रचार प्रसार कर सेवा कर सकते है।
- अगर हम निर्वल एवं निर्धन है तो गौसेवा के लिये लोगों को प्रेरित कर सेवा कर सकते है।
- अगर हम डॉक्टर है तो गायों का इलाज कर गौसेवा कर सकते है।