हमारा मुख्य उद्देश्य
- भारतीय देशी गौवंश का संरक्षण एवं संवर्धन करना है।
- भारतीय देशी गौवंश जो निराश्रित, वेसहारा, असहाय गौवंश को संरक्षित कर भारतीय कृषि प्रधान देश में किसानों को गौवंश की महत्वा समझाना।
- गौवर एवं गौ मूत्र आधारित कृषि को वढ़ावा देकर जैविक खेती की ओर लोगों को ले जाना।
- गोवर गौ मूत्र से बनने वाले जैविक खाद का उपयोग करना।
- रासायनिक खादों का कम से कम उपयोग हो।
- भूमि वंजर होने से बचाना। प्रकृति का संरक्षण करना।
- गाय के वैज्ञानिक महत्व को समझकर गाय के गोवर, गौमूत्र, घी, दूध, दही का उपयोग कर स्वयं के स्वास्थ्य एवं पर्यावरण शुद्वि की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित कर आरोग्यता की ओर ले जाना।
- गौवंश के संरक्षण एवं संवर्धन से धरती पर पेड़ पौधों का संरक्षण कर समस्त जीव जन्तु जंगली जानवरों को सुरक्षित कर पर्यावरण संतुलित करना।
- भारत में भारतीय देशी गौवंश की सभी उन्नत नस्लों को संरक्षित कर गिर साहीवाल थरपार कर कॉकरेज रेड सिंघी, हरियाणवी, नस्ल की दूध देेने वाली गायों का संवर्धन कर किसानों को अच्छा दूध देने वाली गायों को पालने की प्रेरणा एवं प्रोत्सासहन देना।
- गौवंश के संरक्षण एवं संवर्धन का आध्यात्मिक महत्व प्रतिपादित करना। 33 करोड़ देवताओं का निवास गाय के एक – एक रोम में विद्यमान रहता है।
गौपूजन , यज्ञ, हवन, अनुष्ठान, पूजा, पाठ आदि में गाय के दूध, दही, घी, गौमूत्र, गोवर आदि के उपयोग की वास्तविक जानकारी सनातन धर्म मानने वाले सभी लोगों को प्रदान करवाना। एवं उसके उपयोग के महत्व को आस्तिक जनों के दिलो दिमाग में प्रतिष्ठित करना।